ऑपरेटिंग सिस्टम किसी भी कंप्यूटर का heart होता है बिना ऑपरेटिंग सिस्टम के कंप्यूटर का कोई महत्त्व नहीं है, यदि आप कंप्यूटर का उपयोग करना चाहते हैं तो आपको एक ऑपरेटिंग सिस्टम की आवश्यकता होगी|
हार्डवेयर को यूजर से जोड़ना, software program, और services प्रदान करना ऑपरेटिंग सिस्टम का कार्य होता है|
ऑपरेटिंग सिस्टम क्या है इसके प्रकार?, ऑपरेटिंग सिस्टम से लाभ और हानि, what is operating system in hindi? की हम चर्चा करेंगे|
ऑपरेटिंग सिस्टम से जुडी सभी जानकारी के लिए इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़े|
ऑपरेटिंग सिस्टम क्या है इसके प्रकार? (what is operating system in hindi)
operating system in hindi meaning में कहें तो ऑपरेटिंग सिस्टम एक ऐसा प्रोग्राम होता है जो सबसे पहले कंप्यूटर पर boot program द्वारा load होता है, जो कंप्यूटर के अन्य सभी प्रोग्राम को मैनेज करता है|
operating system in hindi एक software है जो कंप्यूटर हार्डवेयर को मैनेज करती है|
जब कोई application program उपयोग किया जाता है तो ऑपरेटिंग सिस्टम द्वारा application program interface (API) का उपयोग कर सेवाओ के लिए request की जाती है जिससे यूजर ऑपरेटिंग सिस्टम के मध्य एक माध्यम स्थापित हो जाता है|
उपयोगकर्ता, command line interface या graphic user interface के उपयोग द्वारा ऑपरेटिंग सिस्टम और उनके प्रोग्रामो का उपयोग करते हैं|
ऑपरेटिंग सिस्टम, user और computer के मध्य एक interface का कार्य करती है जिससे यूजर कंप्यूटर के विभिन्न प्रोग्राम और हार्डवेयर का उपयोग कर सके.
History of Operating System in Hindi.
Operating system को वर्ष 1950 में IBM 701 के लिए developed किया गया, यह development general motors research lab में किया गया था|
1960 के मध्य में ऑपरेटिंग सिस्टम disk का उपयोग करने लगे थे और 1960 के अंत तक पहला UNIX OS developed किया गया|
वर्ष 1981 में microsoft कंपनी ने DOS ऑपरेटिंग सिस्टम बनाया और इसके graphical version विंडोज OS को वर्ष 1985 को बनाया गया|
ऑपरेटिंग सिस्टम के प्रकार (types of operating system in hindi)

User interface: यूजर इंटरफ़ेस एक ऐसा माध्यम है जो बताता है कि यूजर इस प्रकार से कंप्यूटर का उपयोग करेंगे अर्थात कंप्यूटर को access करने का माध्यम यूजर इंटरफ़ेस प्रदान करता है|
ऑपरेटिंग सिस्टम इंटरफ़ेस दो प्रकार के होते हैं :-
1.Character User Interface in hindi (CUI)
इस यूजर इंटरफ़ेस का उपयोग keyboard के माध्यम से ही किया जा सकता है, किसी भी कार्य को पूर्ण करने के लिए command का उपयोग किया जाता है |
CUI का उदाहरण है – DOS ऑपरेटिंग सिस्टम
DOS command prompt का उपयोग हम केवल keyboard द्वारा command type कर उपयोग में ले सकते हैं, command type करना एवं सभी कार्यो के लिए command की जानकारी रखना कठिन कार्य है, इसलिए वर्तमान समय में GUI का अधिक उपयोग होता जिसे हम keyboard और mouse दोनों की सहायता से operate कर सकते हैं|
2.Graphical User Interface in hindi (GUI)
इस इंटरफ़ेस का उपयोग अधिक किया जाता है, इस interface में command देने की आवश्यकता नहीं होती है हम computer mouse का उपयोग कर प्रोग्राम को open कर सकते हैं|
यह एक user-friendly interface है जिससे इसकी लोकप्रियता आज के समय में बहुत अधिक है |
इसके उपयोग के लिए हमें command का ज्ञान होने की कोई आवश्यकता नहीं होती है|
Windows Operating System (GUI) का एक उदाहरण है|
command user interface और graphical user interface में अंतर
1.GUI में यूजर photo, video, icon, desktop द्वारा interact कर सकता है किन्तु CUI में केवल text के माध्यम से ही interact किया जा सकता है|
2.ग्राफ़िक यूजर इंटरफ़ेस पर navigation सरल होता है और कमांड यूजर इंटरफ़ेस में navigation करना अत्यंत कठिन होता है|
3.GUI में हम माउस, कीबोर्ड और भी कई पोइंटिंग डिवाइस का सरलता से उपयोग कर सकते हैं, CUI केवल कीबोर्ड को सपोर्ट करता है|
4.GUI में हम एक से अधिक task को एक समय में run कर सकते हैं, CUI में ऐसा करना संभव नहीं है|
5.GUI user-friendly होता है और इसे जैसे चाहें customize किया जा सकता है वहीँ CUI एक user friendly interface नहीं है और इसे customize नहीं किया जा सकता है|
वर्तमान समय में graphical user interface का उपयोग किया जाता है और ज्यादातर कंप्यूटर में हमें कोई एक प्रकार का ऑपरेटिंग सिस्टम pre-installed अवश्य मिलता है|
यदि हम चाहें तो अपने आवश्यकता अनुसार ऑपरेटिंग सिस्टम का चयन कर सकते हैं उन्हें अपडेट कर सकते हैं|
graphical user interface में icon, text, image के माध्यम से ऑपरेटिंग सिस्टम दिखाई देते हैं उन्हें माउस की सहायता से उपयोग किया जाता है|
सभी ऑपरेटिंग सिस्टम भिन्न भिन्न programmer द्वारा बनायीं जाती है तो उनके user interface और प्रयोग की विधि भिन्न हो सकती है|
आइये जाने ऑपरेटिंग सिस्टम कितने प्रकार के होते हैं?
ऑपरेटिंग सिस्टम कौन कौन से हैं? (types of operating system in hindi)
Windows Operating System in Hindi
microsoft ने windows ऑपरेटिंग सिस्टम को वर्ष 1980 में create किया था और अब तक इसके कई नए version बनाए जा चुके हैं और उनमे से सबसे लेटेस्ट है Windows 10 Operating System.
इस ऑपरेटिंग सिस्टम को वर्ष 2015 में लांच किया गया था और वर्तमान समय से सभी pc और laptop पर आपको Windows 10 ऑपरेटिंग सिस्टम ही मिलेंगे|
विंडोज दुनिया का सबसे लोकप्रिय ऑपरेटिंग सिस्टम है|
Linux Operating System in Hindi
Linux एक open source operating system है जिसका अर्थ यह है कि कोई भी इस ऑपरेटिंग सिस्टम में बदलाव कर सकता है|
यदि आप एक programmer या developer हैं तो आप linux को edit कर अपना स्वयं का ऑपरेटिंग सिस्टम बना सकते हैं|
इस सुविधा के कारण linux operating system, free में उपलब्ध है और विंडोज की तरह linux में भी आपको कई version प्राप्त होते हैं|
linux का उपयोग ज्यादातर server system में होता है क्योंकि इसमें बदलाव करना सरल है|
macOS Operating System in Hindi
macOS, एप्पल कंपनी द्वारा बनायीं गई ऑपरेटिंग सिस्टम है जो एप्पल कंपनी के सभी Macintosh Computer में preloaded रहती है|
विश्व में macOS के 7% यूजर है जो कि विंडोज के यूजर की तुलना में बहुत कम है, इसका एक कारण यह है कि एप्पल के कंप्यूटर बहुत ही अधिक महंगे होते हैं|
Mobile Operating System in Hindi

मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम ऐसे OS होते हैं जिन्हें मोबाइल के लिए design किया जाता है|
मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम, कंप्यूटर पर चलाएं जाने वाले ऑपरेटिंग सिस्टम जितने फीचर नहीं होते हैं और ना ही कंप्यूटर पर चलाए जाने वाले software का यह उपयोग करने में सक्षम होते हैं|
मोबाइल के लिए उन्हें हार्डवेयर क्षमता अनुसार software बनाए जाते हैं किन्तु मोबाइल पर हम कंप्यूटर की तरह विडियो देख सकते हैं, फोटो एडिट कर सकते हैं, इन्टरनेट चलाना, गेम खेलना आदि कार्य बड़ी आसानी से कर सकते हैं|
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ऑपरेटिंग सिस्टम के कार्य क्या है? (function of operating system in hindi?)
1.यूजर और सॉफ्टवेयर के बीच एक माध्यम प्रदान करना
ऑपरेटिंग सिस्टम, interpreter, compiler और other software को कंप्यूटर यूजर से जोड़ता है और इनके कार्यो का क्रियान्वयन करता है|
2.Device Management
OS, device communication को drivers के द्वारा निर्धारित करती है, सभी आवश्यक driver जो किसी डिवाइस में उपयोग हो वह जुड़े हुए है या नहीं यह निर्धारित करती है|
जैसे output प्राप्त करने के लिए display driver कंप्यूटर पर है या नहीं यह check करना|
3.memory management
ऑपरेटिंग सिस्टम प्राइमरी मेमोरी को manage करता है यह प्रोग्राम को execute करने, main memory में load करने, memory का उपयोग प्रोग्राम में किस प्रकार हो यह निर्धारित करता है|
किसी भी program के लिए memory की size का निर्धारण करता है|
Memory का कौन सा भाग उपयोग किया जा रहा है और कौन सा नहीं इसकी जानकारी operating system रखती है|
किसी process को करने के लिए कितने मेमोरी की आवश्यकता होगी और कब होगी इसकी जानकारी ऑपरेटिंग सिस्टम के पास होती है|
4.Processor Managment
ऑपरेटिंग सिस्टम यह भी निर्धारित करती है कि प्रोसेसर (CPU) किस प्रकार और किस order में process को access करेगा और कितने समय तक वह process चलता रहेगा|
इस प्रोसेस को process scheduling कहा जाता है|
ऑपरेटिंग सिस्टम सभी प्रोसेस को track करती है, जिसे traffic controller कहा जाता है, CPU को प्रक्रिया करने के लिए स्थान प्रदान करती है और प्रक्रिया समाप्त होने के पश्चात् process के लिए allocate की गयी स्थान को de-allocate करती है|
5.File Managment
फाइल को डायरेक्टरी में organized रखने का कार्य ऑपरेटिंग सिस्टम करती है, फाइल की location, uses, status की जानकारी रखती है और इस सुविधा को file system कहा जाता है|
आवश्यकता पड़ने पर फाइल को यूजर तक पहुंचाती है और resource उपलब्ध करती है|
6.Security

ऑपरेटिंग सिस्टम password का उपयोग कर user data को ऑपरेटिंग सिस्टम पर सुरक्षित रखने का कार्य करती है, प्रोग्राम को बाहरी तत्व द्वारा access करने से रक्षा करती है|
7.control system performance
कंप्यूटर सिस्टम के performance को बढ़ाने और अच्छा यूजर एक्स्पेरिंस देने के लिए operating system in hindi, response time को record करती है और system की health को मॉनिटर करती है और performance boost करने के लिए आवश्यक statics प्रदान करती है|
8.Error Detection
ऑपरेटिंग सिस्टम कंप्यूटर में होने वाले error की जानकारी रखता है और यूजर को सूचित करता है जिससे कंप्यूटर सिस्टम को malfunction होने से बचाया जा सके.
ऑपरेटिंग सिस्टम की सेवाएं (services of operating system in hindi)
1.Program Execution
ऑपरेटिंग सिस्टम सभी प्रोग्राम को open और close करने, execute करने के लिए उत्तरदायी होता है, कंप्यूटर पर उपलब्ध हार्डवेयर और प्रोग्राम के द्वारा operating system सभी कार्यों को पूर्ण करता है|
2.Managing Input/Output Operation
ऑपरेटिंग सिस्टम यूजर द्वारा दिए गए सभी इनपुट को क्रियान्वित करने के लिए उत्तरदायी होता है जैसे keyboard और mouse द्वारा किये गए इनपुट.
सभी input/output device के कार्य भिन्न होते हैं जैसे mouse एक पोइंटिंग डिवाइस है और keyboard पर text input कर command दिए जाते हैं, इन्हें पूर्ण करने का कार्य ऑपरेटिंग सिस्टम का ही होता है|
3.Managing File System
ऑपरेटिंग सिस्टम, storage device पर data कैसे सुरक्षित होगी और कहाँ इसे रखा जाएगा यह सुविधा ऑपरेटिंग सिस्टम प्रदान करती है |
ऑपरेटिंग सिस्टम data कैसे रखा जाएगा यह निर्धारित करता है, जिससे यूजर को data तक पहुचाने में आसानी हो|
4.Access to Compiler
ऑपरेटिंग सिस्टम compiler के द्वारा user program, high level language को machine language में बदलने के करता है|
Advantage of Operating System in Hindi
- उपयोग करने में सरल होता है|
- यूजर और हार्डवेयर के बीच interface प्रदान करता है|
- बिना कोई कोड और कमांड लिखे प्रोग्राम का उपयोग.
- एक समय में एक से अधिक कार्य करने की सुविधा प्रदान करना (multitasking)
- आवश्यकतानुसार software को इनस्टॉल और रन करने की सुविधा
- data को एक स्थान से दुसरे स्थान ले जाना, delete, move करना
- data और information को share करना, multiple यूजर को एक समय में data प्रदान करना, ऑपरेटिंग सिस्टम की सहायता से किया जा सकता है|
- software और games को इनस्टॉल करना ऑपरेटिंग सिस्टम सरल बनाता है|
- plug and play device के उपयोग को ऑपरेटिंग सिस्टम सरल बनाता है, कीबोर्ड, माउस और अन्य डिवाइस का बड़ी सरलता से हम ऑपरेटिंग सिस्टम पर उपयोग कर सकते हैं|
- ऑपरेटिंग सिस्टम को बिना किसी समस्या के समय समय पर अपडेट करना सरल होता है|
- security प्रदान करता है data की चोरी होने से बचाता है|
Disadvantage of Operating System in Hindi
- उपयोग के लिए अधिक मेमोरी की आवश्यकता होती है|
- ऑपरेटिंग सिस्टम में समस्या होने पर data के lost होने की सम्भावना होती है |
- unwanted program और virus आने की संभाबना होती है|
- समय समय पर update और maintenance की आवश्यकता होती है|
- अधिकतर software को खरीदना होता है free में उपलब्ध software की कमी होती है|
- ऑपरेटिंग सिस्टम paid होते हैं|
ऑपरेटिंग सिस्टम की क्या विशेषताएं हैं?

1.ऑपरेटिंग सिस्टम multiple task को एक समय में करने में सक्षम होते हैं यूजर प्रोग्राम run करते समय विडियो भी चला सकता है, गाने सुन सकता है|
प्रिंटर पर कुछ प्रिंट कर सकता है यह सभी कार्य ऑपरेटिंग सिस्टम एक समय में कर सकते हैं|
2.एक समय में एक से अधिक यूजर अकाउंट बनाकर यूजर ऑपरेटिंग सिस्टम का उपयोग कर सकते हैं सभी यूजर के लिए उनका data अलग होता है|
3.Multiple user के लिए software को access करने या restrict करने की सुविधा ऑपरेटिंग सिस्टम प्रदान करता है|
4.ऑपरेटिंग सिस्टम intermediator होता है यूजर को कंप्यूटर हार्डवेयर द्वारा किसी कार्य को पूर्ण करने में सहायता प्रदान करता है|
5.यूजर के data को organize करने में सहायता प्रदान करता है, कार्यो और गतिविधियों की सूची रखता है|
निष्कर्ष
what is operating system in hindi (ऑपरेटिंग सिस्टम क्या है?) यह एक ऐसा software है जो यूजर और कंप्यूटर हार्डवेयर के बीच के interface की तरह कार्य करता है|
ऑपरेटिंग सिस्टम का उपयोग कर हम बड़ी सरलता से किसी भी सॉफ्टवेयर का उपयोग कर सकते हैं, माउस और कीबोर्ड का उपयोग कर आइकॉन, फोटो, विडियो, ग्राफ़िक का use आसान हो जाता है|
ऑपरेटिंग सिस्टम विभिन्न प्रकार के फाइल बनाने और उन्हें access करने की सुविधा प्रदान करते हैं|
आज हमने जाना कि ऑपरेटिंग सिस्टम क्या होता है? ऑपरेटिंग सिस्टम के कार्य क्या है और ऑपरेटिंग सिस्टम के क्या advantage और disadvantage हैं जिनकी जानकारी हमें होनी चाहिए|
हमें बताएं what is operating system in hindi, ऑपरेटिंग सिस्टम क्या है इसके प्रकार? जानकारी आपको कैसी लगी और इसी प्रकार के अन्य लेख के लिए हमारे साथ जुड़े रहें|

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