What is VLAN in Hindi | VLAN क्या होता है, VLAN के प्रकार

हेलो दोस्तों आज हम जानेगे कि VLAN क्या होता है? what is vlan in hindi, इसका उपयोग क्यों होता है? why VLAN used? VLAN के प्रकार types of VLAN in hindi, VLAN के फायदे और नुकसान की जानकारी.

जैसे कि हम जानते हैं कि एक कंप्यूटर नेटवर्क को बनाने के लिए हमें नेटवर्क devices जैसे hub, switch या router की आवश्यकता होती है जो हमारे कंप्यूटर को एक दुसरे से जोड़ता है और एक नेटवर्क बनाने में हमारी सहायता करता है.

LAN के लोकल एरिया नेटवर्क को कहा जाता है जो एक सिमित स्थान पर बनाया गया नेटवर्क होता है जो एक ऑफिस, बिल्डिंग के अंतर्गत होता है, वैसे दो देखा जाएँ तो एक ऑफिस में अधिक बड़े नेटवर्क की आवश्यकता भी नहीं होती है किन्तु सभी ऑफिस में हमें कई डिपार्टमेंट जरूर देखने को मिलते हैं.

लोकल एरिया नेटवर्क से जुड़े सभी डिवाइस एक ही broadcast domain का हिस्सा होते हैं जिस कारण से नेटवर्क में जुड़े सभी डिवाइस के पास एक दुसरे की जानकारी स्थानांतरित होती रहती है ऐसे में यदि कोई डिपार्टमेंट यह चाहता है कि उसके डिपार्टमेंट की जानकारी केवल डिपार्टमेंट के लोगो तक ही सिमित हो तो ऐसा करना LAN नेटवर्क में संभव नहीं है.

ऐसा करने के लिए कई डिपार्टमेंट के लिए अलग से switch, hub या router की आवश्यकता होगी जिससे कि कंपनी या ऑफिस का खर्च भी बढ़ता है ऐसे में इस समस्या के समाधान के लिए VLAN का उपयोग किया जाता है, तो आइये जाने vlan क्या होता है?

VLAN क्या होता है | What is VLAN in Hindi

what is vlan in hindi

VLAN physical (Local Area Network) के स्थान पर एक Logical (Local Area Network) होता है, vlan में हम स्विच के physical port का logically विभाजन करते हैं.

logically विभाजन का अर्थ है कि सभी कंप्यूटर एक switch से जुड़े रहते हैं किन्तु स्विच उन्हें कुछ भागो में विभाजित कर देता है जिसे हम आँखों से देख तो नहीं सकते हैं किन्तु उन्हें भिन्न switch से जुड़े कंप्यूटर की तरह काम में ले सकते हैं.

VLAN एक subnetwork होता है जिसमे हम बड़े broadcast domainको छोटे छोटे ब्रॉडकास्ट डोमेन में बाँट देते हैं जिससे नेटवर्क की security को बढाया जा सके और नेटवर्क में होने वाले broadcast, bandwidth lost, network traffic को कम किया जा सके.

VLAN को आइये हम इस उदाहरण से समझने का प्रयास करते हैं.

VLAN उदाहरण

मान लेते हैं एक कंपनी है जिसमे कई डिपार्टमेंट है जिसमे कई यूजर कार्य करते हैं उदाहरण के लिए प्रोडक्शन डिपार्टमेंट, सेल्स डिपार्टमेंट, गुड्स डिपार्टमेंट आदि.

अब यदि हम इन सभी डिपार्टमेंट के systems को एक ही LAN से जोड़ देते हैं तो इससे यह होगा कि लागत तो हमें कम लगेगी लेकिन सुरक्षा और नेटवर्क को मैनेज करने की दृष्टि से यह एक अच्छा विकल्प नहीं है क्योंकि जब हम एक ही नेटवर्क डिवाइस से सभी डिपार्टमेंट को एक LAN network में जोड़ देते हैं तो एक डिपार्टमेंट को भेजी जाने वाले broadcast massage सभी डिपार्टमेंट से होकर जाता है जिससे नेटवर्क में broadcast भी बढ़ता है और bandwidth भी कम होती है तथा बड़े नेटवर्क को manage करना भी कठिन होता है.

यदि हम चाहते हैं कि एक डिपार्टमेंट से जाने वाला massage और network signal दुसरे डिपार्टमेंट के systems से होकर न जाएँ और सभी डिपार्टमेंट का अपना एक नेटवर्क हो तो हमें और नेटवर्क डिवाइस और केबल की आवश्यकता होगी जिससे डिपार्टमेंट को physically अलग किया जा सकता है.

इसमें एक समस्या यह है कि इससे कंपनी का खर्च अधिक बढ़ जाता है ऐसी स्थिति में हम VLAN का उपयोग करते हैं.

VLAN switch में configure किया जाता है जिसमे हम switch को बताते हैं कि हमें switch के कुछ specific ports को कुछ डिपार्टमेंट के pc के लिए सुरक्षित रखना है और उन्हें अन्य विभागों में बाटना है.

vlan का use कर हम VLAN तैयार करते हैं जैसे इस उदाहरण में हमें 3 VLAN की आवश्यकता होगी क्योंकि हमें 3 डिपार्टमेंट को अलग अलग logical lan या VLAN में विभाजित करना है.

switch में कुछ specific vlan command का उपयोग कर हम गुड्स डिपार्टमेंट, प्रोडक्शन डिपार्टमेंट, सेल्स डिपार्टमेंट vlan बना लेते हैं और उन 3 vlan में एक एक डिपार्टमेंट के कंप्यूटर (host) को जोड़ देते हैं.

इससे नेटवर्क को मैनेज करना आसान हो जाता है, traffic भी control होता है, security भी बनी रहती है क्योंकि भले ही सभी कंप्यूटर एक ही switch से physically जुड़े हुए हैं किन्तु logically वह एक अलग VLAN का हिस्सा होते हैं.

इससे हमारी समस्या भी समाप्त हो जाती है और कंपनी को भी अलग से physical LAN बनाने के लिए पैसे खर्च करने की आवश्यकता भी नहीं होती है.

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VLAN कैसे कार्य करता है | How VLAN Works in Hindi

switch data को केवल उन ही पोर्ट्स पर send करता है जिस specific ports पर vlan configure किया गया है.

VLAN का उपयोग LAN में 200 से अधिक डिवाइस होने पर उपयोग किया जाता है, क्योंकि अधिक डिवाइस होने से LAN का traffic बढ़ जाता है जिसे मैनेज करना कठिन होता है.

एक single switch, VLAN में multiple switch की तरह कार्य करता है.

VLAN Range

VLAN 0-4095 – यह VLAN reserved होते हैं जिन्हें उपयोग में नहीं लाया जा सकता है.

VLAN 1 – यह default VLAN होता है जिसे एडिट या डिलीट नहीं किया जा सकता है केवल उपयोग किया जा सकता है.

VLAN 2-1001 – इन VLAN को आप क्रिएट, एडिट और डिलीट कर सकते हैं.

VLAN 1002-1005 – यह CISCO के token ring और FDDI के लिए उपयोग होता है और आप इसे डिलीट नहीं कर सकते हैं.

VLAN 1006-4094 – यह VLAN की extended range होती है.

VLAN की विशेषताएं | Characteristics of VLAN in Hindi

  • यह नेटवर्क को कई broadcast domain में बांटता है.
  • अलग अलग vlan का उपयोग कर, VLAN के द्वारा नेटवर्क सिक्यूरिटी risk को कम किया जा सकता है.
  • यूजर का एक ग्रुप बनाने और इनफार्मेशन specific groups में भेजने का कार्य VLAN द्वारा किया जा सकता है.
  • VLAN में होस्ट/यूजर को एक VLAN से दुसरे VLAN में change करना बहुत ही आसान होता है   केवल port के configuration को बदलना होता है.
  • नेटवर्क की traffic को VLAN कम करता है क्योंकि VLAN एक physical LAN को group of VLAN में devide कर देता है.
  • एक VLAN को कई Switches के साथ बढाया जा सकता है.

VLAN के प्रकार | Types of VLAN

types of vlan in hindi

VLAN 3 प्रकार के होते हैं

  • Port Based VLAN in Hindi

Port based vlan में VLAN का ग्रुप port के द्वारा बनाया जाता है इस VLAN में switch port को manually configure किया जाता है.

VLAN के उन port से connected devices एक ही broadcast domain का हिस्सा होते हैं जिन पर उन्हें configure किया जाता है.

इस port based VLAN में समस्या यह होती है कि physical port को देखकर यह पता नहीं लगाया जा सकता है कि वह कौन से VLAN का member है उसके लिए हमें configuration information देखने की आवश्यकता होती है.

  • Protocol Based VLAN in Hindi

इस प्रकार के VLAN में traffic protocol द्वारा निर्धारित होता है जो filtering criteria द्वारा untagged packets को tags प्रदान करता है, Vitual Local Area Network में frame द्वारा layer 3 protocol को carry किया जाता है जिससे VLAN membership (सदस्यता) की जानकारी प्राप्त की जा सके.

यह प्रक्रिया IP based network में उपयोग कर पाना संभव नहीं है.

Protocol kya hai

  • MAC Based VLAN in Hindi

MAC आधारित VLAN untagged packets को VLAN assign करने की अनुमति देता है और packets के source address के आधार पर traffic को विभाजित करता है.

VLAN mapping द्वारा हम MAC address को VLAN table में configure किया जाता है.

VLAN से लाभ | Advantages of VLAN in Hindi

  • VLAN broadcast domain को कम करता है.
  • VLAN अधिक सुरक्षा प्रदान करता है.
  • VLAN द्वारा device managment करना सरल होता है.
  • VLAN logical group बनाने की सुविधा देता है जिससे डिवाइस अपने own network में कार्य करते हैं.
  • नेटवर्क को departments या functions में बांटा जा सकता है.
  • VLAN द्वारा नेटवर्क के performance को बढाया जा सकता है.
  • VLAN के द्वारा network segment करने से एडिशनल हार्डवेयर और डिवाइस की आवश्यकता नहीं होती है और network cost कम किया जा सकता है.
  • एक VLAN में डिवाइस की संख्या को सिमित किया जा सकता है.

VLAN से हानि | Disadvantages of VLAN in Hindi

  • VLAN एक VLAN के नेटवर्क ट्रैफिक को दुसरे VLAN में forward नहीं कर सकते हैं.
  • VLAN में packet एक VLAN से दुसरे VLAN में leak होने की सम्भावना होती है.
  • एक सिस्टम से virus सभी logical नेटवर्क में फ़ैल सकता है.

LAN और VLAN में अंतर | Difference Between LAN and VLAN in Hindi

यह ring, FDDI (Fiber Distributed Data Interface) protocol का उपयोग करता है.यह ISP और VTP protocol का उपयोग करता है.
कंप्यूटर और कुछ अन्य डिवाइस का एक limited area में connected होना लोकल एरिया नेटवर्क कहलाता है.VLAN के custom network होता है जो एक या एक से अधिक लोकल एरिया नेटवर्क द्वारा बनाया जाता है.
LAN, VLAN setup की तुलना में अधिक खर्चीला होता है.VLAN, LAN setup करने की तुलना में कम खर्चीला होता है.
LAN का full form Local Area Network होता है.VLAN का full form Virtual Local Area Network होता है.
LAN में netowrk packets सभी डिवाइस तक पहुचते हैं.VLAN में network packets केवल specific broadcast domain को sent किये जाते हैं.
LAN की latency अधिक होती है.VLAN की latency कम होती है.

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निष्कर्ष : What is VLAN in Hindi

आज हमने जाना कि VLAN क्या होता है? what is VLAN in hindi, VLAN के प्रकार types of VLAN in hindi की हमने चर्चा की साथ ही साथ VLAN की विशेषता, VLAN के उपयोग, VLAN से लाभ , VLAN से हानि, LAN और VLAN में अंतर LAN vs VLAN in hindi आदि के बारे में भी हमने जानकारी प्राप्त की है.

आशा है यह जानकारी आपको अच्छी लगी हो तो दुसरो तक जानकारी अवश्य share करें, नए टॉपिक्स के लिए कमेंट करें, धन्यवाद|

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