Protocol क्या है? और इसके प्रकार (2021)

दोस्तों, आज हम चर्चा करेंगे कि प्रोटोकॉल क्या है? (what is protocol in hindi) यह कितने प्रकार की होती है? (types of protocol in hindi) protocol से होने वाले लाभ, हानि आदि की जानकारी हम प्राप्त करेंगे |

नेटवर्क और नेटवर्किंग में protocol का बहुत ही महत्त्व है, protocol का अर्थ (protocol meaning in hindi) नियम के एक समूह से है जो नेटवर्क में किये जाने वाले communication को कुछ निर्धारित नियमानुसार क्रियान्वित करने का कार्य करती है|

नेटवर्क में data कैसे transfer होगी, उसे किस प्रकार receive किया जाएगा, क्या जानकारी भेजी जाएगी, क्या नहीं, भेजने का माध्यम क्या होगा ऐसे और भी कई नियम protocol निर्धारित करते हैं|

आइये जानते हैं protocol क्या होता है?

प्रोटोकॉल क्या है? (what is protocol in hindi)

protocol कुछ rules का समूह होता है नेटवर्क में data कैसे ट्रान्सफर होगी, data का structure कैसा होगा यह दर्शाती है यदि कोई पूछे what is the तो हम कह सकते हैं इसका अर्थ

network protocol नेटवर्क की एक ऐसी भाषा है जो दो devices के बीच communication स्थापित करता है,|

Protocol जिस OSI Layer के अंतर्गत आते हैं उनके अनुसार प्रदर्शित किये जाते हैं, OSI Layer या OSI model की चर्चा हम दुसरे article में करेंगे|

Application Layer के अंतर्गत आने वाले प्रोटोकॉल

1.DHCP Protocol in Hindi

Dynamic Host Configuration Protocol (DHCP) एक communication प्रोटोकॉल है यह नेटवर्क में automatically ip address प्रदान करता है|

नेटवर्क में किसी भी डिवाइस को जोड़ने के लिए एक unique ip address की आवश्यकता होती है|

DHCP Protocol नेटवर्क एडमिन को किसी एक central डिवाइस से सभी अन्य डिवाइस पर एक ही समय में ip address assign करने की सुविधा प्रदान करते हैं|

DHCP Client-Server मॉडल पर कार्य करती है|

Advantages

  • एक centralized सिस्टम से ip मैनेज करने की सुविधा प्रदान करता है|
  • नए client को नेटवर्क से जोड़ना आसान होता है|

Disadvantages

  • इन्टरनेट की गतिविधियों को track करना सरल नहीं होता है|
  • dhcp कंप्यूटर को सर्वर के रूप में उपयोग नहीं किया जा सकता है क्योंकि इसका ip address बदलता रहता है|

2.DNS Protocol in Hindi

Domain Name System (DNS) domain name को ip address में बदलने का कार्य करते हैं, यह server-client मॉडल पर कार्य करता है|

DNS यूजर को ब्राउज़र में normal text लिखने की अनुमति प्रदान करता है जैसे google.com जिससे कि वेबसाइट के ip address को याद रखने या उन्हें ब्राउज़र पर लिखने की आवश्यकता नहीं होती है|

Advantages

  • ip address को याद रखने की आवश्यकता नहीं होती है, इन्टरनेट acess करने के लिए ip प्रदान करता है|

Disadvantages

  • DNS track कर हैकर आपके नेटवर्क पर अटैक कर सकते हैं|

3.FTP Protocol in Hindi

File Transfer Protocol (FTP) होस्ट (Computer) के बीच फाइल ट्रान्सफर को enable करता है इसकी सहायता से आप locally या remotely फाइल को ट्रान्सफर कर सकते हैं और यह टी सी पी (TCP) पर run करते हैं|

FTP control और data दो TCP कनेक्शन बनाती है, कंट्रोल कनेक्शन password, file storage को retrieve करने के command की जानकारी transfer करता है और डाटा कनेक्शन जो files हैं उन्हें transfer करने का कार्य करता है|

यह दोनों कनेक्शन, transfer process के दौरान साथ मिलकर कार्य करते रहते हैं|

Advantages

  • बड़े files और directory को एक समय पर ट्रान्सफर करने की अनुमति प्रदान करता है|
  • यदि फाइल ट्रान्सफर interrupt हो जाए तो इसे resume किया जा सकता है|
  • lost data को recover करना आसान है|

Disadvantages

  • FTP में भेजे गए data की security अच्छी नहीं होती है, username, password और data, plain text के रूप में ट्रान्सफर होता है जिसे हैक करना आसान हो जाता है|
  • FTP पर एन्क्रिप्शन भी नहीं होता है जिससे कि इसे industry standards के अनुसार अच्छा नहीं माना जाता है|

4.HTTP Protocol in Hindi

Hyper Text Transfer Protocol (HTTP) एक application layer protocol है जिसका उपयोग distributed, collaborative और hypermedia सूचना प्रणाली के लिए किया जाता है, यह client-server मॉडल के आधार पर कार्य करता है|

वेब ब्राउज़र एक client की तरह कार्य करता है और जब हम किसी वेब पेज को access करने की request भेजते हैं तो HTTP वह request को server तक ले जाने और उसकी text, images, media को world wide web द्वारा लाने का कार्य करती है|

client-server मॉडल के आधार पर client सर्वर को request भेजते हैं और सर्वर द्वारा client को response भेजने से पहले data processed की जाती है|

Advantages

  • इस protocol में memory और cpu का उपयोग कम होता है|
  • कनेक्शन close किए बिना ही error reporting की जा सकती है|
  • Less TCP कनेक्शन होने के कारण नेटवर्क busy नहीं होता है|

Disadvantages

  • एन्क्रिप्शन नहीं होने के कारण http कनेक्शन secure नहीं होते हैं|
  • data transfer और network communication के लिए अधिक power की आवश्यकता होती है|

Email Protocol in Hindi

5.IMAP Protocol in Hindi

Internet Message Access Protocol (IMAP) एक email protocol होता है जो यूजर को mail server पर उपलब्ध mail को email client द्वारा access करने एवं उसे modify करने की अनुमति प्रदान करता है, ठीक वैसे ही जैसे हम अपने कंप्यूटर पर उपस्थित data और files को access और modify कर सकते हैं|

IMAP भी client-server model पर कार्य करता है, IMAP का उपयोग कर हम mail create, modify, delete कर सकते हैं साथ ही साथ नए massages check करना multiple massages removal और अन्य कार्य कर सकते हैं|

Advantages

  • email एक mail server पर होते हैं जिससे की उनके उपयोग में local storage का utilization कम होता है|
  • यदि किसी कारणवश email या data delete ही जाता है  तो इसे पुनः प्राप्त करना संभव होता है क्योंकि यह mail server पर सुरखित रखे होते हैं|

Disadvantages

  • बिना इन्टरनेट कनेक्शन हम email नहीं पढ़ सकते हैं|
  • अधिक email होने पर यूजर की mailbox storage की खपत बढ़ जाती है और अधिक स्टोरेज के लिए कुछ मूल्य चुकाने पड़ सकते हैं|

6.POP Protocol in hindi

पोस्ट ऑफिस प्रोटोकॉल (POP) भी एक email protocol है जिसका उपयोग कर यूजर emails को mail server से अपने email client पर डाउनलोड कर सकते हैं, email को डाउनलोड करने के बाद इसे without internet connection पढ़ सकते है|

email client द्वारा email डाउनलोड करने पर वह लोकल कंप्यूटर पर move हो जाता है और mail server से delete हो जाता है जिससे storage space free करने में सहायता होती है |

Advantages

  • बिना इन्टरनेट emails पढ़ना संभव होता है|
  • mail server पर अधिक storage की आवश्यकता नहीं होती है क्योंकि mail डाउनलोड होने पर सर्वर से delete कर दिए जाते हैं|

Disadvantages

  • यदि किसी कारणवश लोकल डिवाइस (कंप्यूटर) crash हो जाता है या चोरी हो जाता है तो ऐसी स्थिति में email भी lost हो जाते हैं|

7.SMTP Protocol in Hindi

Simple Mail Transfer Protocol (SMTP) प्रोटोकॉल का उपयोग email को बड़ी सरलता से transfer करने के लिए design किया गया है, यह protocol email भेजने का कार्य करती है जबकि SMTP और POP का उपयोग, यूजर की ओर से email प्राप्त करने के लिए किया जाता है|

SMTP एक-दुसरे systems के बीच email transfer करता है और email आने पर सूचित करता है|

SMTP का उपयोग कर एक यूजर दुसरे यूजर को same network या किसी दुसरे network पर email भेज सकता है|

Advantages

  • इसका installation सरल होता है|
  • किसी भी सिस्टम से बिना किसी restriction इसे कनेक्ट किया जा सकता है|

Disadvantages

  • सर्वर के बीच data के ट्रान्सफर से message भेजने में अधिक समय लग सकता है और message send नहीं होने की समस्या भी हो सकती है|
  • फ़ायरवॉल SMTP में उपयोग होने वाले ports को block कर सकता है|

8.Telnet Protocol in Hindi

Terminal Emulation Protocol (Telnet) एक application layer protocol है जो यूजर को remotely (wired या wireless connection) डिवाइस को acess करने की अनुमति प्रदान करता है|

telnet-client को यूजर के कंप्यूटर पर इनस्टॉल किया जाता है जिससे command line interface द्वारा किसी अन्य कंप्यूटर पर चल रहे telnet server प्रोग्राम को access किया जाता है |

telnet का उपयोग network administrator द्वारा devices को remotely, access और manage करने के लिए किया जाता है|

network admin को डिवाइस remotly acess करने के लिए ip address या host name की आवश्यकता होती है उसके बाद admin को एक virtual terminal प्राप्त होती है जिसका उपयोग वह host (computer) से जुड़ने के लिए करता है|

Advantages

  • बहुत से ऑपरेटिंग सिस्टम को सपोर्ट करता है|
  • fast connectivity और remote connection के कारण समय की बचत होती है|

Disadvantages

  • telnet encrypted नहीं होता है जिससे कि इसपर भेजे जाने वाले information को हैक किया जा सकता है|

नोट: नेटवर्क में network से जुड़े हुए कंप्यूटर को host कहा जाता है|

9.What is SNMP Protocol in Hindi

Simple Network Management Protocol (SNMP) एक application layer protocol है जो server, workstation, router, switch और अन्य devices को manage करता है|

SNMP, नेटवर्क एडमिन को Network की performance, नेटवर्क में होने वाली समस्या को monitor करने और सुधार करने की क्षमता प्रदान करता है|

SNMP प्रोटोकॉल के तीन components हैं managed device, SNMP agent और SNMP manager.

SNMP agent एक software module है जो managed device पर रहता है और इसे management का local knowledge होता है, और उस जानकारी को वह SNMP manager के लिए translate करता है |

SNMP manager, SNMP agent से प्राप्त जानकारी को नेटवर्क एडमिन तक भेजता है जिससे admin प्रभावी ढंग से नेटवर्क को मैनेज कर सके.

SNMP के 3 वर्शन हैं v1, v2, v3, वर्शन 1 और 2 के सभी feature लगभग समान है किन्तु SNMP v3 अतरिक्त नेटवर्क operation प्रदान करते हैं|

SNMP v3 में security और remote configuration को जोड़ा गया है|

what is protocol in hindi

Transport Layer के अंतर्गत आने वाले प्रोटोकॉल

1.TCP Protocol in hindi

TCP एक Transport Layer Protocol है जो acknowledgement के द्वारा virtual connection और delivery प्रदान करता है|

यह एक connection-oriented protocol है, इस पर data transfer करने से पहले applications के बीच flow control और acknowledgement द्वारा संपर्क स्थापित करना पड़ता है|

TCP डाटा के sequencing को सुनिश्चित करता है अर्थात data जिस क्रम में data भेजे जाते हैं, data packets उसी क्रम में प्राप्त होते हैं|

lost data को retransmit करना TCP में आसान होता है अर्थात data packets खो जाने पर उसे वापस लाया जा सकता है|

Advantages

  • TCP डाटा सहीं स्थान पर पहुंचे, सही समय पर पहुचे और बिना किसी duplication के पहुचे यह सुनिश्चित करता है|
  • TCP data को transmission करने से पहले उसे packets के रूप में बाँट देता है|

Disadvantages

  • TCP को हम multicast या broadcast के लिए उपयोग नहीं कर सकते हैं|

2.UDP Protocol in Hindi

यूजर डाटाग्राम प्रोटोकॉल एक connection-less protocol होता है, यह flow control, error recovery जैसे सुविधाए प्रदान नहीं करता है|

UDP का उपयोग उस condition में किया जाता है जब TCP के data acknowledgement और other mechanism की आवश्यकता न हो|

UDP में data lost होने पर data packets का retransmission नहीं किया जा सकता है अर्थात data packets खो जाने पर उसे वापस लाया नहीं जा सकता है|

Advantages

  • UDP के माध्यम से broadcast और multicast कनेक्शन स्थापित करना संभव है|
  • UDP, TCP से अधिक fast होता है|

Disadvantages

  • UDP कनेक्शन में packets के lost होने की संभाबना अधिक होती है साथ ही साथ duplication की भी समस्या रहती है|

Network Layer के अंतर्गत आने वाले प्रोटोकॉल

1.Internet Protocol in Hindi (IPv4)

IPv4 नेटवर्क लेयर प्रोटोकॉल है जो नेटवर्क address और control की जानकारी रखता है, इसका उपयोग से packets को नेटवर्क में एक स्थान से दुसरे स्थान तक ले जाने में आसानी होती है|

आईपी, TCP की सहायता से नेटवर्क में data packets को भेजती है|

Internet Protocol सभी होस्ट को एक 32bit address प्रदान करती है जिसमे 2 major parts होते हैं|

पहला नेटवर्क नंबर और दूसरा होस्ट नंबर, नेटवर्क नंबर नेटवर्क की पहचान करता है जिसे internet द्वारा assign किया जाता है , होस्ट नंबर नेटवर्क में होस्ट की संख्या बताती है और इसे network admin द्वारा assign किया जाता है|

IP केवल packets को deliver करने का कार्य करती है और TCP उन्हें सहीं क्रम में लाने में सहायता करती है|

Advantages

  • IPv4 डाटा को encrypted कर privacy और security प्रदान करती है|
  • IP के साथ routing data अधिक स्थान तक फैलाया जा सकता है, यह scalable होता है|

Disadvantages

  • IPv4 थोड़े कठिन होते हैं और errors होने की समभावना अधिक होती है|

2.Internet Protocol Version 6 in Hindi (IPv6)

IPv6 इन्टरनेट प्रोटोकॉल का latest version है जो ip address और control information रखती है जो packets को नेटवर्क में एक स्थान से दुसरे स्थान पर route करने में सहायता प्रदान करती है|

IPv6 की size 32 bit से बढ़कर 128 bit है जो कि ip में अधिक address को add करने के लिए बनायीं गयी है, हम IPv6 का उपयोग कर बड़े नेटवर्क बना सकते हैं|

Advantages

  • IPv4 की तुलना में अधिक IPv6 में बहुत अच्छे ढंग से packets की routing और processing होती है|
  • IPv4 से अधिक सुरक्षा प्रदान करता है|

Disadvantages

  • IPv6 पहले से चल रहे IPv4 system से compatible नहीं होता है|
  • IPv6 में सभी डिवाइस को अपग्रेड करना कठिन कार्य है|

3.ICMP in Hindi

Internet control message protocol (ICMP) नेटवर्क में error message और operational information भेजने के लिए उपयोग किया जाता है|

IP में ICMP message का उपयोग, नेटवर्क ऑपरेशन होने नहीं होने की जानकारी, नेटवर्क एरर, टाइमआउट तथा troubleshooting के लिए किया जाता है|

Advantages

  • ICMP नेटवर्क में आई गड़बड़ी को जांचने के लिए उपयोग किया जाता है|

Disadvantages

  • अधिक ICMP message भेजने से network traffic बढ़ जाता है|

4.MIME Protocol in Hindi

MIME का full form (Multi-Purpose Internet Mail Extensions) होता है, यह protocol यूजर को कई प्रकार के files को इन्टरनेट के माध्यम से exchange करने की अनुमति प्रदान करता है जैसे- photo, audio, video आदि|

यदि text का character-set ASCII के अलावा कुछ और होता है  तो ऐसे में MIME की आवश्यकता होती है, यह एक supplementary protocol है जो non-ASCII data को SMTP द्वारा सपोर्ट करता है|

यूजर द्वारा लिखे गए internet mail SMTP द्वारा MIME format में ही भेजे जाते हैं |

Datalink Layer के अंतर्गत आने वाले प्रोटोकॉल

1.ARP Protocol in Hindi

Address Resolution Protocol (ARP) का उपयोग ip address को physical address से जोड़ने (map) करने के लिए किया जाता है|

ARP cache table बनाती है जो ip address और mac address को एक दुसरे से जोडती है, arp आई पी एड्रेस और मैक एड्रेस से संबंध बनाने के नियम प्रदान करती है|

advantages

  1. MAC address को memorized करने की आवश्यकता नहीं होती है क्योंकि ARP Cache द्वारा mac address ip address से automatically map कर दी जाती है |

disadvantages

  1. ARP spoofing attacks होने की सम्भावना होती है|

2.SLIP Protocol in Hindi

Serial Line IP (SLIP) का उपयोग TCP/IP द्वारा पॉइंट टू पॉइंट serial connection स्थापित करने के लिए उपयोग किया जाता है, SLIP serial port और router के बीच संपर्क स्थापित करते हैं और पहले से configured machine को एक दुसरे से direct कनेक्शन प्रदान करते हैं|

SLIP एक packet framing protocol है जो character sequence को दर्शाती है जो serial line में packets को frame करते हैं|

SLIP error detection, correction, compression, packet type आदि जानकारी प्रदान नहीं करता है|

advantages

  • यह पहले से उपस्थित dial-up connection या telephone line का उपयोग करता है|
  • इन्टरनेट प्रोटोकॉल उपयोग होने के कारण इसे deploy करना सरल है|

disadvantages

  • यह synchronous कनेक्शन को सपोर्ट नहीं करता है जैसे इन्टरनेट के द्वारा मॉडेम और इन्टरनेट सर्विस प्रोवाइडर वीच बनाया गया कनेक्शन.

Gopher Protocol‌ in Hindi

Gropher protocol, communication के लिए design किया गया है जो documents को  distributing, searching, और retrieving करने का कार्य करता है और यह client-server मॉडल पर कार्य करता है|

Security Protocol in Hindi

1.SSL protocol in hindi

Secure Socket layer (SSL) एक security प्रदान करने वाला protocol है जो 2 systems के बीच इन्टरनेट के माध्यम से भेजे और प्राप्त किया जा रहे sensitive data को सुरक्षित रखता है|

यह हैकर को personal data, access करने उसे modify करने और नेटवर्क की जानकारी प्राप्त करने से रोकता है|

2.SSH Protocol in Hindi

Secure Shell (SSH) को 1995 में invent किया गया था यह network security protocol, नेटवर्क में होने वाले data communication को सुरक्षा प्रदान करता है|

SSH, command line को remotly access करने एवं execute करने की अनुमति प्रदान करता है, FTP में उपयोग हो रहे बहुत से functions को SSH में डाला गया है|

SSH-1 और SSH-2 लेटेस्ट वर्शन हैं|

निष्कर्ष

जैसा कि हमने जाना नेटवर्क में protocol क्या है? (what is protocol in hindi) और उनके सभी प्रकार की जानकारी हमने प्राप्त की, नेटवर्क प्रोटोकॉल के ना होने पर डिवाइस एक दुसरे सिगनल के समझ नहीं सकेंगे जो वह नेटवर्क में communication स्थापित करने के लिए भेजते हैं|

नेटवर्क प्रोटोकॉल, devices को एक दुसरे से जोड़ते हैं, data कैसे sent और received होगी यह भी बताते हैं इसके अलावा और भी अन्य कार्य हैं जिनकी चर्चा हमें ऊपर की है|

कमेंट में बताएं आपको protocol क्या है? (what is protocol in hindi) और protocol के प्रकार (types of protocol in hindi) जानकारी कैसी लगी और भविष्य में आप और कौन से टॉपिक पर लेख चाहते हैं|

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