SSD Kya Hai? SSD के प्रकार, इतिहास की जानकारी 2021

दोस्तों कंप्यूटर में उपयोग होने वाले 2 storage device HDD और SSD के बारे में आपने सुना ही होगा, आज हम बात करेगे, SSD kya hai, (what is SSD in hindi), SSD के प्रकार, SSD vs HDD और भी बहुत सी जानकारी.

तो इस लेख को अंत तक पढ़े और बिना समय गवाए जानते हैं कि SSD kya hai? उससे पहले HDD और SSD की थोड़ी जानकारी.

HDD क्या है? (What is HDD in Hindi) HDD Full Form in Hindi

hdd full form

HDD full form, hard disk drive है, HDD एक storage device है जिसका उपयोग computer और laptop में किया जाता है.

हार्ड डिस्क एक magnetic drive होता है जिसमे moving parts होते हैं और moving head द्वारा इसके spinning platter में data magnatically read और write किया जाता है.

HDD में हम अपना data जैसे फोटो, विडियो, ऑडियो, डॉक्यूमेंट store करते हैं, इसे high storage के लिए उपयोग किया जाता है.

HDD 500 GB से लेकर 20 TB तक के storage capacity में उपलब्ध होता है.

HDD की speed को rpm द्वारा दर्शाया जाता है HDD 5400 rpm और 7200 rpm में उपलब्ध होते हैं.

SSD क्या है? (What is SSD in Hindi)

ssd kya hai

SSD full form – solid state drive होता है, ssd भी hdd की तरह ही एक स्टोरेज डिवाइस है और सामान्य कार्यो के लिए उपयोग किया जाता है जैसे data को store करना, ऑपरेटिंग सिस्टम फाइल्स को store करना आदि.

SSD एक flash memory है यह एक बड़े pen drive या memory card की तरह ही कार्य करता है, SSD में कोई भी moving parts नहीं होते हैं जिससे यह HDD की तुलना में अधिक fast होता है इसकी speed अधिक होती है.

SSD में रखा हुआ data कंप्यूटर के off होने के बाद भी SSD में store रहता है यह hdd की तुलना में अधिक महंगे होते हैं.

SSD और HDD में अंतर, उनके Features (SSD vs HDD in Hindi)

आइये अब हम SSD और HDD के बीच मुख्य अंतर, इनके features और कुछ अच्छी विशेषताओ की चर्चा करते हैं.

SSD vs HDD Speed in Hindi

यदि हम ssd vs hdd में speed की बात करें तो speed एक ऐसी specs हैं जहाँ पर SSD, HDD से कई गुना अधिक fast होती है चाहे वह data transfer हो, games या application लोडिंग हो या system boot करना हो.

SSD का उपयोग कर आप अपने कंप्यूटर या लैपटॉप को कुछ ही seconds में boot कर सकते हैं, HDD को एक speed पर आने पर time लगता है क्योंकि उनमे moving parts होते हैं वहीँ SSD में कोई भी moving parts नहीं होता है जिससे SSD बहुत अधिक Speed प्रदान करते हैं.

Normal SSD की transfer rate 750 MB/s होती है, वाहों PCIe SSD की speed 1.5GB/s होती और PCIe M.2 की बात करें तो यह 4GB/s की speed को सपोर्ट करता है.

HDD vs SSD Price in India (Hindi)

यदि ssd और hdd के बीच मूल्य के अंतर की बात करें तो 256GB मूल्य के SSD के बदले आप 1TB स्टोरेज के HDD खरीद सकते हैं.

256GB SSD का वर्तमान मूल्य 3200 से 3500rs है वहीँ 1TB HDD का मूल्य लगभग 3300rs है.

जैसे कि हमने ऊपर चर्चा की है SSD, HDD की तुलना में कहीं अधिक fast होते हैं ऐसे में स्वभाबिक है कि SSD का मूल्य HDD से अधिक हो, यदि अधिक fast computer के लिए आप अधिक मूल्य स्टोरेज पर चूका सकते हैं तो आपको एक SSD अवश्य खरीदना चाहिए.

SSD vs HDD Capacities in Hindi

लोगो के उपयोग के लिए सबसे अधिक capacity का SSD 2TB तक देखा गया है किन्तु वह बहुत अधिक महंगे होते हैं जिससे अधिक लोग उतनी capacity का उपयोग नहीं करते हैं.

आपको 500GB से लेकर 1TB तक के SSD अधिक दिखाई देते हैं, महंगा होने के कारण कई लोग 128GB से लेकर 256GB तक के भी SSD खरीदते हैं, high end systems के लिए 1TB से लेकर 8TB तक के SSD उपलब्ध हैं.

HDD 500GB से लेकर 20TB तक की capacity में उपलब्ध है.

SSD vs HDD Durability and Reliability in Hindi

durability और raliability की बात करें तो यहाँ भी ssd बेहतर विकल्प है क्योंकि ssd में कोई moving parts नहीं होते हैं जिसके कारण यदि कभी ssd आपसे गलती से drop हो जाती है तो ऐसी स्थिति में आपका data loss नहीं होता है.

hdd की बात करें तो यदि कंप्यूटर या लैपटॉप उपयोग में हो और वह गिर जाए (drop) हो जाए तो ऐसी स्थित्ति में data के loss होने का खतरा अधिक होता है क्योंकि हार्ड डिस्क के moving parts बहुत ही अधिक गति से घूमते रहते हैं और यदि वह गिर जाएँ तो hdd खराब हो सकती है.

यदि आप devices थोडा रफ़ use करते हैं तो आपको ssd का उपयोग करना चाहिए.

SSD vs HDD Noice, Power and Life in Hindi

हार्ड डिस्क चाहें कितनी भी अच्छी आप क्यों न लें किन्तु moving parts होने के कारण हार्ड डिस्क से noise आवाज आती है और जितनी अधिक hdd की speed होगी वह उतना ही noise करेगा.

ssd में कोई भी noise नहीं होती है क्योंकि इसमें physical chip होती है न कि कोई movable parts.

hdd के स्थान पर ssd बहुत काम power लेती है क्योंकि इसे चलाने के लिए कोई भी machanical या movable parts की आवश्यकता नहीं होती है, जिसके कारण चाहे laptop हो या desktop यह बहुत कम power का उपयोग करती है.

life की बात करें तो ssd समय के साथ ख़राब होते जाते हैं क्योंकि flash memory के cell को एक सीमित समय के लिए read और write किया जा सकता है इसे Terabytes Written TBW रेटिंग द्वारा दर्शाया जाता है, यदि ssd के ख़राब होने की चिंता हो तो आप TBW रेटिंग software द्वारा जांच सकते हैं.

hdd की बात करें तो physical data recoding होने के कारण एक समय बाद हार्ड डिस्क भी उपयोग करने लायक नहीं रहते हैं और इनका उपयोग अधिक सावधानी से करना होता है.

ऑपरेटिंग सिस्टम के प्रकार

motherboard क्या है?

SSD के प्रकार (Types of SSD in Hindi)

Speed और interface के आधार पर SSD कई प्रकार के होते हैं जैसे mSATA, 2.5, M.2 और PCIe.

आइये एक एक कर इनके बारे में जानते हैं.

  • mSATA को mini SATA भी कहते हैं यह SSD बहुत ही छोटी होती है, यह के खुले circuit board की तरह होती है और इनका अधिक उपयोग laptop और notebook में किया जाता है.
  • 2.5 SSD सबसे common SSD है और यह सबसे अधिक उपयोग भी की जाती है, बाकि सभी SSD की तुलना में यह slow होती हैं किन्तु HDD से कई गुना अधिक fast होती है.
  • M.2 SATA, mSATA की तरह ही होता है यह SATA और PCIe दोनों ही वर्शन में उपलब्ध होता है, यह भी एक circuit ब board की तरह होता है, M.2 SSD NVMe को भी सपोर्ट करता है जो mSATA और 2.5 SSD नहीं करते हैं.
  • PCIe SSD बहुत अधिक fast और महंगे होते हैं, इन्हें PCIe slot में उपयोग किया जाता है, और यह एक normal SATA से 4 गुना अधिक fast होते हैं.

HDD किसे लेनी चाहिए?

  • ऐसे लोग जो बजट में कंप्यूटर बनाना चाहते हैं क्योंकि SSD, HDD की तुलना में अधिक महंगे होते हैं.

  • ऐसे लोग जो multimedia user हैं, जिन्हें game खेलना, video collect करना, अच्छा लगता है उनके लिए HDD एक अच्छा विकल्प है यह कम पैसे में अधिक storage capacity प्रदान करता है.

  • बेसिक यूजर जो कि कंप्यूटर का उपयोग केवल कुछ बेसिक टास्क के लिए करते हैं जिन्हें अधिक fast कंप्यूटर की आवश्यकता नहीं होती है और वे बहुत से data file, software download करते हैं.

SSD किसे लेनी चाहिए?

  • ऐसे लोग जिनके लिए कंप्यूटर की स्पीड ही सबकुछ है और वे अपने pc को जल्दी boot करना चाहते हैं जिससे fast app लांच कर वे अपना कार्य कर सके, ऐसे में एक SSD का होना अति आवश्यक है.
  • Graphic designer और content creator कुछ ऐसे लोग हैं जिन्हें अधिक speed से data चाहिए होता है और designing और rendering के लिए अधिक speed की आवश्यकता होती है जिससे की data Realtime में सिस्टम को प्राप्त होती रहे ऐसे में SSD होना आवश्यक है.
  • Musician जो ऑडियो वर्क करते हैं जिन्हें ऑडियो रिकॉर्डिंग और मिक्सिंग करनी होती है, तो उनके लिए SSD बेस्ट हैं HDD के noise से music creation में समस्या आती है.

SSD का इतिहास (History of SSD in Hindi)

सबसे पहले एसएसडी (SSD) को वर्ष 1970 में introduced किया गया था, पहले के SSD, CORE और DRAM का उपयोग कर information को store करते थे.

Dataram द्वारा वर्ष 1976 में Bulk Core नामक SSD को लांच किया गया जो 2MB तक data store कर सकता था.

Semiconductor से बना पहला SSD StorageTek STC 4305 था जिसे वर्ष 1978 में लांच किया गया था और इसमें 45 MB तक data store किया जा सकता था जिसकी कीमत $400,000 थी.

flash memory का निर्माण वर्ष 1980 से प्रारंभ हुआ और SunDisk द्वारा वर्ष 1991 में पहला flash based SSD को लांच किया गया इसकी storage capacity 20 MB थी और कीमत $1000 और कुछ वर्ष बाद 1998 में SanDisk (SunDisk) ने PATA SSD को लांच किया.

SSD के लांच होने से लेकर अब तक SSD में कई बदलाव हुए, कीमत काम हुई और स्टोरेज क्षमता बढ़ी है. जो कि 4TB तक है.

निष्कर्ष

आज हमने जाना SSD क्या है? (what is SSD in hindi) क्या यह HDD से बेहतर है, इसकी आवश्यकता क्यों हैं और किसे हैं, साथ ही साथ हमने SSD के विभिन्न प्रकार की चर्चा इस लेख में की है.

आप अपने विचार कमेंट के द्वारा हमें बाताएं कि SSD kya hai, जानकारी आपको कैसी लगी और भविष्य में आप और किन टॉपिक्स पर लेख चाहते हैं.

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