डाटा कम्प्रेशन क्या होता है | What is Data Compression in Hindi

हेलो दोस्तों आज हम जानेंगे कि डाटा कम्प्रेशन क्या होता है? what is data compression in hindi, डाटा कम्प्रेशन के प्रकार types of data compression in hindi , डाटा कम्प्रेशन का उपयोग, महत्त्व और डाटा कम्प्रेशन के लाभ और हानि.

यदि आपने इन्टरनेट से कभी कोई फाइल डाउनलोड की है तो आपको वह फाइल ज़िप, कॉम्प्रेस फॉर्मेट में प्राप्त हुई होगी जैसे ZIP या RAR फाइल यह फाइल फॉर्मेट, कॉम्प्रेस फाइल्स कहलाती है.

आपके मन में यह इच्छा जरूर हुई होगी कि आखिर कैसे कुछ ही mb की फाइल को decompress करने पर वह कई mb की फाइल में बदल जाती है या यूं कहें कि कैसे कम्प्रेशन द्वारा बहुत बड़े फाइल्स को कुछ ही mb की फाइल में बदला जा सकता है.

आपने भी सोचा होगा कि डाटा कम्प्रेशन कार्य कैसे करता है आज हम डाटा कम्प्रेशन और उसके प्रकार को अच्छे से समझने का प्रयास करेंगे.

आइये अब जाने कि आखिर डाटा कम्प्रेशन होता क्या है?

डाटा कम्प्रेशन क्या है? (What is Data Compression in Hindi)

data compression in hindi

जब से इन्टरनेट आया है तब से इन्टरनेट पर फाइल की साइज़ (file size) और ट्रान्सफर स्पीड (transfer speed) के बारें में चर्चा होती रही है और इन्टरनेट पर फाइल की साइज़ कम करने और फाइल ट्रान्सफर की गति को बढ़ाने के लिए प्रयास किये गए हैं.

इन्टनेट पर फाइल की साइज़ और ट्रान्सफर स्पीड की समस्या का समाधान lempel-ziv-welch (LZW) universal lossless compression algorithms के वर्ष 1980 में आने के बाद ही समाप्त हुई है.

कम्प्रेशन का अर्थ डाटा की साइज़ को कम कर ओरिजिनल डाटा को सुरक्षित रखने से है.

LZW पहला data compression method था जो उपयोग किया गया था और वर्तमान समय में भी उपयोग किया जाता है, LZW एक बड़े english के text file को बड़े ही आराम से उस फाइल साइज़ के आधे साइज़ में compress किया जा सकता है.

कुछ data compression algorithms इस प्रकार हैं.

  • ZIP
  • 7-ZIP
  • jpeg
  • mpeg

डाटा कम्प्रेशन कैसे कार्य करता है? (How Data Compression Work in Hindi)

डाटा कम्प्रेशन दो प्रकार से कार्य करता है एक ऐसा कम्प्रेशन होता है जो कि किसी प्रकार के data loss के बिना कार्य करता है और दूसरा डाटा कम्प्रेशन प्रक्रिया जिसमे data loss होता है files की क्वालिटी में

हमें अंतर देखने को मिलता है जब फाइल की साइज़ कम होती है तो क्वालिटी भी घटती है.

डाटा कम्प्रेशन के प्रकार (Types of Data Compression in Hindi)

types of data compression in hindi

वैसे तो आज के समय में कई प्रकार के data compression algorithms का उपयोग किया जाता है किन्तु हर कम्प्रेशन अल्गोरिथम अलग अलग application में अलग प्रकार से कार्य करता है.

डाटा कम्प्रेशन (data compression) के मुख्य दो प्रकार है जिसकी हम आगे चर्चा करेंगे.

Lossy Data Compression

lossy compression में जिनकी आवश्यकता न हो ऐसे data bits को remove कर फाइल की साइज़ को compress किया जाता है जिसे lossy data compression कहते हैं.

lossy data compression का उपयोग ज्यादातर image, audio, video files आदि के लिए किया जाता है.

lossy compression में data के bits हमेशा के लिए delete कर दिए जाते हैं जो कि आवश्यक नहीं होते हैं इनसे फाइल की साइज़ तो कम हो जाती है किन्तु फाइल के क्वालिटी पर भी असर होता है.

उदाहरण के लिए यदि lossy data compression द्वारा किसी गाने (song) को compress किया गया है तो कम्प्रेशन अल्गोरिथम ऐसे sound या instruments जो कि एक व्यक्ति सुन नाह सकता है वह कम्प्रेशन द्वारा remove कर दिया जाता है जिससे उस फाइल की साइज़ कम हो जाती है और हमें पता भी नहीं चलता है.

वहीँ बात करें यदि यह अल्गोरिथम image में उपयोग किया गया है तो हो सकता है आपको image की क्वालिटी पर कुछ फर्क दिखाई दे जैसे resolution का कम होना, pixel density आदि.

यदि आप lossy data compression method का उपयोग कर एक फाइल को कई बार compress करते हैं तो हर बार compress होने से फाइल के data bits remove होते हैं जिससे की आप क्वालिटी में difference को notice कर सकते हैं.

Lossless Data Compression

lossless data compression method में data bits को remove किये बिना हो फाइल की साइज़ को कम किया जाता है जिससे फाइल की क्वालिटी पर कोई भी फर्क नहीं पड़ता है.

lossless data compression method में redundancy को remove किया जाता है.

अब यह redundancy क्या है?

data redundancy एक ऐसी condition है जहाँ डेटाबेस में एक ही डाटा कई जगह रखी गयी हो redundancy को remove करने से आपके पास केवल केवल एक ही स्थान पर मिलती है न कि कैसी स्थान पर जिससे की आप फाइल को साइज़ को कम कर सकते हैं क्योंकि data bits जितना अधिक स्थान लेंगे उतना ही अधिक आपकी फाइल की साइज़ होगी.

उदाहरण:

AAAABBCCC

कम्प्रेशन

A4B2C3

जैसा कि हमने ऊपर देखा कि ऊपर दी गयी दोनों ही जानकारी same है किन्तु कम्प्रेशन में हमने जानकारी को simple कर दिया है.

बजाय A letter को चार बार लिखने के हमें जितने समय A letter रिपीट हुआ है हमने A के सामने उतने अंक लिख दिए हैं और ऐसा ही हमने दुसरे letters (शब्दों) के साथ भी किया है.

जब हम इस compress फाइल को decompress करने वाले प्रोग्राम की सहायता के खोलेंगे तो हमें वह original file प्राप्त होगी क्योंकि हमने file के किसी भी data bits को remove या delete नहीं किया है.

यह compression method, text और spreadsheets में अधिक उपयोग की जाती है क्योंकि हम नहीं चाहेंगे कि हमारी files से कोई भी text delete हो.

बहुत अधिक उपयोग में आने वाली lossless compression ZIP है जो प्रोग्राम files को compress और decompress करने के लिए उपयोग की जाती है.

image के लिए lossless format PNG और audio के लिए FLAC होती है.

डाटा कम्प्रेशन क्यों किया जाता है या कम्प्रेशन क्यों करना चाहिए?

यदि आप ऐसे व्यक्ति हैं जो multimedia पर कार्य करते हैं और इन्टरनेट के माध्यम से फाइल्स ट्रान्सफर करते हैं तो आपको पता होगा कि डाटा कम्प्रेशन आपके लिए कितना आवश्यक है.

अधिक फाइल साइज़ होने से यह आपके स्टोरेज की space भी अधिक घेरता है और bandwidth को भी waste करता है ऐसे में कम्प्रेशन एक अच्छा माध्यम है.

इसके आलावा भी कम्प्रेशन के कई लाभ हैं जो इस प्रकार है.

डाटा कम्प्रेशन के लाभ (Advantages of Data Compression in Hindi)

स्टोरेज स्पेस की बचत

यदि आपके कंप्यूटर में बहुत अधिक files हैं और उनमे से ज्यादातर files का आप अधिक उपयोग नहीं करते हैं जो सकता है आप एक collector हैं जिन्हे files रखना पसंद हैं किन्तु ऐसा करने से आपके हार्ड डिस्क में स्टोरेज की कमी हो सकती है.

ऐसे में इन बड़ी files को compress कर रखने से आप हार्ड डिस्क की स्टोरेज क्षमता को बढ़ा सकते हैं और फाइल की साइज़ को कम कर सकते हैं.

बहुत सी फाइल को एक zip file में compress कर हार्ड डिस्क की space बचाई जा सकती है.

डाटा ट्रान्सफर में सहायक

यदि आपने कभी किसी को files email की है और वह फाइल यदि अधिक साइज़ की है तो आपको उसे ट्रान्सफर करने में कठिनाई अवश्य हुई होगी, कई बार email में अधिक साइज़ की files भेजना संभव भी नहीं होता है और समय भी अधिक लगता है ऐसे में कम्प्रेशन के माध्यम से कई files को merge कर एक छोटी फाइल बना कर mail किया जा सकता है जिससे की फाइल ट्रान्सफर की गति भी बढती है और समय भी कम लगता है.

इसे स्थान पर एक एक कर छोटी छोटी कई files भी भेजी जा सकती है किन्तु ऐसा करने से आपके समय का भारी नुकसान होता है ऐसे में कम्प्रेशन को चुनना बेहतर है.

पैसों की बचत

जैसे कि हमें पता है अधिक से अधिक फाइल्स हार्ड डिस्क में बिना कम्प्रेशन के store करने से हार्ड डिस्क की सिमित स्टोरेज स्पेस को आप बहुत जी जल्दी भर सकते हैं जिससे कारण आपको अन्य हार्ड डिस्क लेने की आवश्यकता होगी और आप ऐसे करते हैं तो आपको उसका मूल्य चुकाना होगा जो कुछ हजारों रूपए होते हैं.

इससे अच्छा यह हो सकता है कि आप कम्प्रेशन का उपयोग करें और अपने डाटा को compress कर हार्ड डिस्क में save करे जिससे कि आप हार्ड डिस्क में अधिक स्टोरेज प्राप्त करेंगे और नए हार्ड डिस्क लेने से भी बचेंगे.

डाटा कम्प्रेशन से हानि (Disadvantages of Data Compression in Hindi)

डाटा कम्प्रेशन करने से data के loss होने की समस्या रहती है एक से अधिक बार data compression का उपयोग करने से ऐसा हो सकता है.

compress data less secure होता है और error की भी सम्भावना अधिक होती है

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फाइल्स को कॉम्प्रेस और डीकॉम्प्रेस कैसे करें?

अब तक आप जान गए होंगे कि फाइल्स को compress करना क्यों आवश्यक है आइये अब जाने कि फाइल्स को compress और decompress कैसे करें?

Winzip द्वारा files को compress कैसे करें? (How to Compress Files in Hindi)

  • सबसे पहले winzip program को open करें.
  • files का चयन करें जिन्हें compress करना है files select करें.
  • अब select किये गए files को add to zip करें.
  • अब save as पर click करें.
  • अब location का चयन करें जहाँ zip file को save करना है और ok करें.

इस प्रकार आप अपने files को compress कर सकते हैं.

ऊपर बताए गए कार्य करने के लिए आपको अपने कंप्यूटर पर winzip program को पहले डाउनलोड करना होगा.

फोल्डर या फाइल्स पर रहकर winzip द्वारा files compress कैसे करें?

  • सबसे पहले फोल्डर open करें जिसे compress करना है.
  • अब फोल्डर के सभी files को select करें.
  • select किये गए files पर right click करें और दिए गए विकल्प में से add to zip file पर click करें.
  • zip file का नाम दें और ok करें.
  • आपकी zip file अब ready है.

फाइल्स को Decompress कैसे करें? (How to Decompress Files in Hindi)

  • zip files पर right click करें और extract here विकल्प का उपयोग करें जिससे files decompress हो जाएगी.
  • आप zip file को open कर उनमे रखे files और folder को drag कर भी decompress कर सकते हैं.

तो है ना यह बहुत ही आसान.

इस प्रकार आप किसी भी files को compress या decompress कर सकते हैं.

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निष्कर्ष: डाटा कम्प्रेशन क्या है?

आज हमने जाना कि डाटा कम्प्रेशन क्या है? what is data compression in hindi, डाटा कम्प्रेशन के प्रकार types of compression in hindi, कम्प्रेशन के लाभ और हानि क्या है? advantages and disadvantages of data compression in hindi.

आशा है आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो यदि हाँ तो कमेंट में हमें अपनी राय अवश्य बताएं और जानकारी दूसरों तक भी share करें, धन्यवाद|

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